शेर और चूहे की कहानी हिंदी में – Lion and mouse story in hindi

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sher aur chuha की कहानी आपको पढ़ने के लिए हमने लिखा है। sher aur chuha ki kahani बहुत पुरानी हिंदी कहानी है इस कहानी को अंग्रेजी में भी लिखा गया है।

शेर और चूहा की कहानी में यह बताया गया है की कोई छोटा हो या बड़ा। वक्त आने पर छोटा वह कर सकता है जो बड़ा नहीं कर सकता। किसी के शरीर के आकर पर उसे कमजोर व मजबूत न समझे।

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शेर और चूहे की कहानी -Lion and mouse story hindi

किसी जंगल में एक शेर रहता था। एक दिन वह शेर अपना भोजन करने के बाद एक पेड़ के नीचे सो गया। उसी पेड़ के नीचे एक चूहे का बिल था।

चूहा अपने बिल से बाहर निकला और उसने शेर के पूंछ को देखा, वह उस पूंछ पे चढ़ कर खूब उछलने कूदने लगा। वह चूहा शेर की पूंछ पर चढ़ाता और पूंछ के ऊपर से सरकता हुआ नीचे आता।

इस उछल कूद से शेर की नींद खुल गई। उसने झट से चूहे को अपने नाख़ून दार पंजो में पकड़ लिया। उस शेर ने कहा तुम्हारी इतनी हिम्मत की तुमने मेरी नीद को ख़राब किया।

अब बताओ मैं तुम्हारे साथ क्या करो? चूहे ने डरते हुए कहा, महाराज! मुझे माफ़ कर दीजिए, मैं दोबारा ऐसी गलती नहीं करुगा।

मैं आपकी इस दया को कभी नहीं भूलूंगा। इसके बदले मैं आपकी कुछ सहायता जरूर करुगा। इस पर शेर ने कहा, तुम इतने छोटे से जीव मेरी क्या सहायत क्या करोगे।

अच्छा चलो मैं तुम्हें छोड़ देता हु। इस तरह उस चूहे की जान बच गई।

अभी कुछ ही दिन बीते थे कि शेर एक जल में फस गया। वह जाल शिकारियों के द्वारा बिछाई गई थी। उस जाल में फशने के बाद शेर बड़ी जोर जोर से दहाड़ने लगा।

यह दहाड़ जंगल के सभी जानवर सुन पा रहे थे। यह आवाज चूहे को सुनाई दी। उसने बिना कुछ सोचे उस आवाज की तरफ दौड़ा और जल्द ही शेर के पास पहुँच गया।

उसने शेर से कहा, आप डरिए मत. मैं इस जाल को काट कर आपको आजाद कर दूंगा। इसके बाद चूहे ने जाल काटना शुरू कर दिया।

कुछ ही देर में चूहा उस जाल को काट कर शेर को आजाद कर दिया। शेर ने कहा, तुम वही चूहे हो न जिसे मैं मारने वाला था। चूहे ने कहा ‘जी! महाराज’।

शेर को अपने व्यवहार पे बहुत ही पछतावा हो रहा था। उसने चूहे से कहा तुम सही कह रहे थे। आज तुम मेरी सहायता नही करते तो मेरी जान नहीं बचती। अब आज से हम दोनों दोस्त है।

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2 COMMENTS

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