cinderella ki kahani and cinderella ki kahaniya in hindi for kids

Cinderella ki kahani in hindi. Cinderella is a girl whose mother is die in Cinderella’s child age. Cinderella live with father. But when Cinderella’ father marriage with other women. This women have two young girls.

After this is second mother make Cinderella life very bad. Read this Cinderella ki kahani in hindi. Cinderella ki kahani is written in hindi language. you can read kahani in hindi and watch cinderella ki kahani in video

cinderella ki kahani

cinderella ki kahani and cinderella ki kahaniya

cinderella ki kahani in hindi for kids. Written in hindi me.

बहुत पहले की बात है, किसी जगह पर एक लड़की रहती थी जिसका नाम सिंड्रेला (Cinderella) था।

वह बहुत ही दयालु, समझदार और आज्ञाकारी थी सिंड्रेला (Cinderella) की मां बहुत समय पहले ही इस दुनिया से जा चुकी थी।

उसके पिता ने उसे पाल-पोस कर बड़ा किया था, लेकिन जब उसके पिता ने शादी की तो सिंड्रेला की जिंदगी में बहुत से बदलाव आए। सिंड्रेला (Cinderella) की सौतेली मां और सौतेली दोनो बहने सिंड्रेला के घर रहने आई।

जब से सौतेली मां घर में आई, तब से ही वह सिंड्रेला (Cinderella) को पसंद नहीं करती थी। वह सिंड्रेला (Cinderella) को अपनी बेटी की तरह नहीं समझती थी। सौतेली मां और सौतेली दोनो बहने सिंड्रेला (Cinderella) के दयालु व्यवहार और सुंदरता को पसंद नहीं करती थी।

सौतेली बहने  सिंड्रेला(Cinderella) जितनी सुन्दर नहीं थी और निर्दयी भी थी।

एक दिन सिंड्रेला (Cinderella) के पिता को काम से कहीं दूर जाना था। उन्हें बहुत समय बाद वापस आना था। यह वह समय था, जब सौतेली मां और उसकी दो बेटिया सिंड्रेला (Cinderella) के साथ थी।

यह वही समय था जब सौतेली मां और दोनों बहनों ने सिंड्रेला की जिंदगी को नर्क बना दिया।

सिंड्रेला के सौतेले माँ का अत्याचार

एक दिन जब (Cinderella) बगीचे में चिड़ियों के साथ खेल रही थी। तभी उसकी वहाँ आई और बोली “आज से तुम्हरा घर से बहार निकलना बंद , तुम घर का सारा काम करोगी और भर के पिटारी में रहोगी। इस पर सिंड्रेला (Cinderella) को यह नहीं पता था कि वह क्या बोले।

उसे जैसा कहा गया था वैसा ही किया वह अपनी चीज उठाई और घर की पिटारी में चली गई। उस दिन से हर रोज वह घर का सारा काम खुद करती थी। वह बहुत थक जाती थी काम करते करते, लेकिन उसकी सौतेली मां और बहनें उसकी मदद नहीं करती।

वह उसकी काम में गलतियां निकालती थी। सिंड्रेला (Cinderella) के पास चूहे और खिड़की पर बैठने वाले चिड़ियों के अलावा उसका कोई दोस्त नहीं था। ऐसे ही दिन गुजरते गए।

एक दिन शहर में घोषणा हुई कि “राज्य में राजा के द्वारा एक पार्टी की आयोजना की गई है। शादी के पात्र के लिए सभी लड़कियों को आमंत्रित किया गया है।”

सौतेली बहनों ने यह बात सुनी। दोनों दौड़ती हुई मां के पास पहुंचे और सारी बात बताई। सौतेली मां ने कहा तुम दोनों ही सबसे सुंदर हो, तुम में से ही कोई एक को राजकुमार पसंद करेंगे और शादी करेंगे। बहनों ने कहा तो हम सब एक साथ महल में रहेंगे। इसके बाद सौतेली मां और सौतेली बहने बाहर गई, ताकि अच्छे कपड़े और सामान खरीद के लाए। जिसे की वह सबसे सुन्दर दिखाई दे सके।

यह सब सुनकर सिंड्रेला उदास हो गई।

तैयारी जोरों पर चल रही थी। सौतेली बहनों के कपड़े सिल कर आ गए थे। वह दोनों शीशे के सामने बैठकर कहती थी कि “हम सबसे सुंदर हैं हमें राजकुमार जरूर पसंद करेंगे।”

आखिरकार वो दिन आ ही गया। सौतेली बहने आज पार्टी में जाने के लिए तैयार हो रही थी। इसमें सिंड्रेला (Cinderella) पूरी तरह मदद कर रही थी।

सिंड्रेला (Cinderella) ने पूरे दिन उन्हें तैयार किया शाम तक वह दोनों तैयार हो गई। जब माँ घर में आई तो सिंड्रेला(Cinderella) ने पूरी हिम्मत जुटाकर बोली, “क्या! मैं भी पार्टी में जा सकती हूं? राजा का आदेश है कि राज्य की सारी लडकिया आ सकती है।

इस पर सौतेली मां और दोनों बहने हंसी और बोली, “पार्टी के लिए तुम्हारे यही कपड़े हैं। राजकुमार को शादी करने के लिए लड़की खोजनी है, ना कि नौकरानी।” मां ने कहा, “तुम कहीं नहीं जा रही हो और रात तक सारा काम खत्म कर देना।” यह कहा कर वह चली गई।

सिंड्रेला और दयालु परी का मिलन

उसके बाद घर में सिंड्रेला(Cinderella) रोने लगी और बोली, “मैं पार्टी में क्यों नहीं जा सकती, मेरे माता-पिता होते तो यह दिन न आता। इसके बाद एक सफेद रोशनी चमकी और एक परी प्रकट हुई। उसने कहा प्यारी सिंड्रेला(Cinderella) तुम भी पार्टी में जा रही हो।

सिंड्रेला ने कहा, “कैसे?” मेरे पास तो कपड़े भी नहीं है। इसके बाद परी ने सिंड्रेला (Cinderella) को कहा कि, “एक बड़ा-सा कद्दू लाओ और अपनी दोस्त चूहे को बुलाओ।” सिंड्रेला (Cinderella) ने कद्दू लाए और चूहों को बुलाया। परी ने कद्दू से एक रथ बनाया। एक चूहे को रथ चलाने वाला, बाकी चूहों को रथ खींचने वाला घोडा बनाया।

परी में अपनी जादुई छड़ी घुमाई और सिंड्रेला (Cinderella) के सारे कपडे बदल गए। वह बहुत ही सुंदर कपड़े में थी और वह सुंदर दिख रही थी। परी ने कहा अब तुम जा सकती हो किंतु याद रखना कि रात को 12:00 बजे यह जादू खत्म हो जाएगा।

सिंड्रेला (Cinderella) रथ पर बैठ कर पार्टी में पहुंची और अंदर प्रवेश किया। वहाँ उसकी सौतेली मां और दोनों बहने भी वहां थी पर वह सिंड्रेला (Cinderella) को पहचान पहचान ना सकी। राजकुमार ने सिंड्रेला (Cinderella) को देखा और उसे देखते ही सिंड्रेला (Cinderella) से प्यार हो गया।

सिंड्रेला और राजकुमार- cinderella ki kahani

वह दौड़ा तो सौतेली बहनों को लगा कि राजकुमार उसके पास आ रहा है। लेकिन वह सिंड्रेला (Cinderella) के पास गया और बोला “क्या तुम मेरे साथ निर्त्य करोगी। सिंड्रैला(Cinderella) ने कहा, “हा।”

वह सारी रात निर्त्य करते रहें। कुछ देर बाद सिंड्रेला (Cinderella) का नजर घड़ी पर पड़ी जिसमें 12:00 बज ने वाला ही था। वह दौड़ी और तेजी से भागने लगी राजकुमार भी दौड़ा। भागने में सिंड्रेला (Cinderella) के एक पैर में से सैडल निकल कर गिर गया।

सिंड्रेला(Cinderella) के पास वक्त नहीं था की वह को उठाए। वह भागते हुए घर आई अब जादू खत्म हो गया था। वह रात भर सो नहीं पाई। उसे राजकुमार के साथ का निर्त्य याद आ रहा था। उसे राजकुमार प्रेम हो गया था। इधर राजकुमार को वह सैडल मिल गया। राजकुमार ने उस सैडल को उठाया।

राजकुमार ने सैनिकों से कहा कि राज्य की सारी लड़कियों के पैर में पहना कर देखो की किस लड़की के पैर में यह फिट होता है। जिस भी लड़की के पैर में ये फिट होता है उसे मेरे पास लेकर आओ। इसके बाद सैनिक पूरे राज्य में घूमते रहे पर किसी के पैर में ना आया।

इसके बाद सैनिक सिंड्रेला(Cinderella) के घर गए। सिंड्रेला (Cinderella) ने सैनिकों को आते देखा और बहुत खुश हुई। तभी उसकी सौतेली मां वहां आई और बोली “तुम बाहर मत आना”

यह कहकर वह दरवाजा को बंद कर दिया और उसमे ताला भी लगा दिया। चाभी को अपने पास रखा। सैनिक घर में आए। दोनों बहनो को बारी-बारी से सैंडल को पहनाया पर दोनों के पैर में फिट न हो सका। इधर सिंड्रेला (Cinderella) बहुत रो रही थी।

उसको रोता देख उसके दोस्त चूहे वहाँ आए। सिंड्रेला (Cinderella) ने सारी बात बताई। तभी एक चूहा दरवाजे के नीचे से निकला और चाभी लेकर आया। चूहे ने  सिंड्रेला(Cinderella) को चाभी दिया। सिंड्रेला(Cinderella) ने ताला खोली और बहर आई।

सिंड्रेला और सैंडल- सिंड्रेला की कहानी

सैनिक जाने वाले ही थे तभी सिंड्रेला ने कहा “रोको।” मै भी सैंडल को पहना चाहता हु। सैनिक रुके और सिंड्रेला(Cinderella) को सैंडल पहनाया। वह  सैंडल सिंड्रेला(Cinderella)  के  पैर में फिट हो गया।

यह देखकर सैनिक ने कहा, “तुम्हें महल चलना होगा। सिंड्रेला(Cinderella) ने कहा ठीक है। मै चलूँगी। सिंड्रेला(Cinderella)  सैनिको के साथ महल पहुंची। राजकुमार ने सिंड्रेला(Cinderella) के आँखो में देखा और पहचान गया की यह वही लड़की है जो मेरे साथ निर्त्य की थी।

इसके बाद राजकुमार ने कहा, “क्या तुम मुझसे विवाह करोगी?”

इस पर सिंड्रेला(Cinderella) ने कहा, “हा”

इसके बाद सिंड्रेला(Cinderella) ने राजी-खुसी अपनी जिंदगी बिताई।

कुछ और कहानी

At the end of cinderella ki kahani

this kahani is related ( or around ) to Cinderella‘ life. Cinderella is a young girl and survive with many problem. after this she get right place. read this Cinderella ki kahani in hindi language

10 COMMENTS

  1. This design is steller! You certainly know how to keep a reader entertained.
    Between your wit and your videos, I was almost moved to start my own blog (well,
    almost…HaHa!) Excellent job. I really enjoyed what you had to say, and more than that, how
    you presented it. Too cool!

  2. Posted 4 August 2015 at 15:05 GMT in DiabetesMy son has Type 1
    dibetes and it is very well controlled so he does not
    bother to monitor his glucose levels

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here