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लालची कुत्ता की कहानी हिंदी में, greedy dog story in hindi

लालची कुत्ता और रोटी, हड्डी की कहानी बहुत ही पुरानी कहानी में से एक है। लोग आज भी लालची कुत्ते की कहानी (greedy dog story in hindi)को पसंद करते है। लालची कुत्ता की कहानी से बच्चे और बड़े दोनों को ही एक अच्छा सीख मिलता है कि हमें लालच नहीं करना चाहिए। लालची एक बुरी बला है। लालच बस परेशानी को जन्म देती है।

यहाँ पर हमने आपके पढ़ने के लिए लालची कुत्ते की कहानी (greedy dog story in hindi) हिंदी भाषा में लिखा है। जिसे आप पढ़ सकते है।

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लालची कुत्ते की कहानी greedy dog story in hindi

greedy dog story in hindi
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बहुत समय पहले की बात है। कही दूर किसी गाँव के पास ही एक जंगल में एक कुत्ता रहता था। वह कुत्ता अपने भोजन के लिए जंगल से बाहर गाँव में आता था। जब उसे भोजन मिल जाता तो वह फिर से जंगल की ओर चल देता था।

एक बार की बात है। उस कुत्ते को बहुत तेज भूख लगा था। वह भोजन के लिए गाँव की ओर आया। लेकिन उसे खाने के लिए कुछ भी नहीं मिल रहता था।

खाने की तलाश में सुबह से दोपहर हो गया लेकिन उसे कुछ भी खाने को न मिला। कुत्ते ने सोचा आज खाने का एक नवाला भी नहीं मिलेगा।

तभी उसे एक रोटी का आधा टुकड़ा मिला। कुत्ते को बहुत ख़ुशी हुई। वह कुत्ता रोटी के आधे टुकड़े को लेकर जंगल की ओर चल दिया। गाँव से जंगल की ओर जाने के बीच में एक नदी पड़ती थी।

उस नदी के ऊपर एक पुल बना हुआ था। उस पुल को पर करके ही जंगल में जाया जा सकता था।

वह कुत्ता जंगल की ओर पुल से जा रहा था। उसे पुल के नीचे नदी में एक कुत्ता नजर आया। उस कुत्ते के मुँह में भी रोटी का आधा टुकड़ा था।

इस कुत्ते ने सोचा। अगर मैं इस कुत्ते के आधी रोटी भी ले लू तो फिर मेरे पास एक रोटी हो सकती है। इस कुत्ते ने नदी के कुत्ते को डराने के लिए जोर-जोर से भोकने लगा।

भोकने के कारण उस कुत्ते के मुँह में से वह भी आधी रोटी नदी में गिर कर दूर बह गई। जब आधी रोटी भी कुत्ते के मुँह से चला गया तब कुत्ते को समझ में आया कि वह कोई अन्य कुत्ता नहीं है बल्कि उसकी खुद  परछाई है।

अब क्या था वह लालची कुत्ता जंगल की ओर चल दिया। और अब उस लालची कुत्ते के पास खाने के लिए भी कुछ नहीं था। इसलिए कहा जाता है लालच बुरी बला है।

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कुआ और लालची कुत्ता की कहानी

कुआ और लालची कुत्ता की कहानी

एक बार की बात है। एक कुत्ता कहीं से गुजर रहा था। उसके रास्ते में एक कुआ था। जब वह कुआ के पास से जा रहा था तभी उसे कुआ में से किसी कुत्ते के भोकने का आवाज सुनाई दिया।

कुत्ते ने जब कुआ में दिखा तो उस कुआ में एक कुत्ता था उसके मुँह में एक हड्डी थी। वह कुत्ता कुए में डूब रहा था। इस कुत्ते को जो की जमीन पर था उसे उस कुत्ते के मुँह में हड्डी तो नजर आ रही थी लेकिन उसे कुआ का पानी में डूबता हुआ कुत्ता नजर नहीं आ रहा था।

इस कुत्ते ने कुछ भी नहीं सोचा और सीधे कुए में कूद गया। कुआ में कूद कर जल्दी से दूसरे कुत्ते के मुँह में से हड्डी अपने मुँह में दबा लिया। लेकिन अब वह बाहर आना चाहता था।

उसे कुआ में जाते समय कुछ भी नहीं सोचा कि वह बाहर कैसे आएगा। बस उसे हड्डी का लालच था। लेकिन अब बाहर आने के लिए बहुत कोशिश करता रहा पर सफल न हो सका ।

वह एक लालची कुत्ता था। इसलिए उसकी लालच ने उसे बुरी तरह से फसा दिया। अब वह उस कुआ से बहरा आने के लिए कुछ भी नहीं कर पा रहा था।

इसलिए हमें कुछ भी करने से पहले उसके बारे में सोच समझ लेना चाहिए। इसके साथ ही हमें लालच भी नहीं करना चाहिए।

यह कहानी भी एक लालची कुत्ते की कहानी (greedy dog ki kahani hindi me) है। इस लालची कुत्ते के लालच ने ऐसे एक बुरी हालत में फसा दिया।

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कुत्तों से प्रेम की कहानी

कुत्तों से प्रेम की कहानी

एक बार की बात है। किसी गांव में एक व्यक्ति रहा करता था। उस व्यक्ति का नाम श्याम था। श्याम की एक पत्नी थी जिसका नाम सुंदरी था। श्याम और उसकी पत्नी में एक अंतर था कि श्याम कुत्तो से प्रेम नहीं करता था वही उसकी पत्नी कुत्तो से प्रेम किया करती थी।

एक बार का वाक्य है। श्याम के घर के पास एक कुतिया ने कुछ बच्चो को जन्म दिया। श्याम की पत्नी कुतिया के बच्चे को खाने के लिए रोटी दे दिया करती थी।

जब यह श्याम को पता चला कि सुंदरी कुतिया के बच्चो को रोटी देती है। तो श्याम अपनी पत्नी पर बहुत गुस्सा करने लगा। लेकिन फिर भी सुंदरी कुतिया के बच्चे को खाने के लिए भोजन दिया करती थी। इस तरह से कुछ समय बिता।

एक रात श्याम और उसकी पत्नी अपने घर में चैन की नींद सो रहे थे। रात के बारह बज रहे थे। कुछ चोर श्याम के घर में चले आए। कुतिया के बच्चे अब बड़े हो गए। उन्होंने चोरो को श्याम के घर में जाते देख दिया। वह सुंदरी को अपना मालिक मानते थे।

इसलिए सभी कुत्तो ने चोरो पर हमला कर दिया, इसके साथ ही जोर-जोर से भोकने लगे। चोरो को कुछ समझ में भी नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है।

इधर श्याम और सुंदरी की नींद खुल गई। जब वह अपने कमरे से बाहर निकले तो बाहर का नजारा देख वह दांग रह गए। सभी चोरो को कुत्तो ने घेर लिया है।

श्याम में पुलिस को इसके बारे में बताय। चोरो को पुलिस अपने साथ ले गई। श्याम को समझ आ गया कि उसकी सोच पहले कितनी गलत थी।

अब वह कुत्तो से प्रेम करने लगा। सुंदरी को खुद पर और कुतिया के बच्चो पर गर्व हो रहा था।

इस कहानी में कुत्ते के प्रेम को दिखाया गया है। हर एक कुत्ता अपनेमालिक के लिए अपने जान को भी दाव पर लगा देता है। हम इंसान को भी कुत्तो से प्रेम करना चाहिए।

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