वन, जंगल का महत्त्व हिंदी में | Importance of forest in hindi

पृथ्वी हमारे सौरमंडल का एकलौता ऐसा ग्रह जहां पर जीवन पाया जाता है और हमारे इस पृथ्वी पर लाखों-करोड़ों जीव रहते हैं। जिनमें से लगभग सभी जीव वायु में उपस्थित ऑक्सीजन का इस्तेमाल करते हैं।

इन्हीं जीवो में से एक जीव हम इंसान भी हैं। हम इंसान भी जीवन जीने के लिए वायु में उपस्थित ऑक्सीजन का इस्तेमाल करते हैं और यह अक्सीजन हमे हमारी पृथ्वी पर मौजूद विशाल वनों में लगे पेड़ पौधों से मिलता है।

वन जो की प्रकृति द्वारा दी गई एक ऐसी चीज है। जिसके बिना जीवन जीना नामुमकिन है क्योंकि वह हमें खाने के लिए खाना और ठंड लगने पर जलाने के लिए लकड़ी आदि देते हैं।

सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि वन हमें श्वास लेने के लिए ऑक्सीजन भी देते हैं।
वैसे तो वन हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

जिसे बयां कर पाना बहुत ही नामुमकिन है। फिर भी हम आपको वनों के कुछ महत्वपूर्ण महत्व के बारे में बताएंगे जिसे आपके लिए जानना बहुत ही जरूरी है।

जंगल का महत्त्व हिंदी में
जंगल का महत्त्व हिंदी में

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ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के बीच संतुलन रखने में महत्वपूर्ण।

जैसा कि हम सभी लोगों को पता है कि मनुष्य और अन्य जानवर साँस के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं। जो वायुमंडल में चला जाता है। इसके अलावा परिवहन और उद्योग में ईंधन के जलने से भी कार्बन डाइऑक्साइड गैस मुक्त होती है।

जिन्हें पृथ्वी पर मौजूद जंगलों में लगे पेड़ पौधे अपने भोजन बनाने की प्रक्रिया के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड को अवसोसित करते हैं और ऑक्सीजन को वायुमंडल में छोड़ते हैं।

इस ऑक्सीजन को हम इंसान और अन्य जानवर सांस लेने के दौरान इस्तेमाल करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं।

इस प्रकार ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के बीच संतुलन बना रहता है।इस तरह से ना तो ऑक्सीजन कमी पड़ती है और ना ही कार्बन डाइऑक्साइड की कमी पड़ती है।

ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए महत्वपूर्ण।

वन वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा को बहुत अधिक बढ़ने से रोकते हैं। यह बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड एक ग्रीनहाउस गैस है। जो सूर्य के गर्म किरणों को अवशोषित करते हैं।

जिससे ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ जाता है। आज के इस आधुनिक दुनिया में मनुष्य अपने तरक्की के लिए। वनों में लगे पेड़ों की इतनी ज्यादा कटाई कर रहे हैं।
जिससे वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ रही है। जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग का खतरा भी बढ़ रहा है।

वन क्षेत्र में वाष्पोत्सर्जन के माध्यम से वायुमंडल में जाने वाले जल वाष्प से बनने वाले बादल सूर्य की गरम किरणों को दूर करने में मदद करते हैं और उस क्षेत्र को तुलनात्मक रूप से ठंडा रखते हैं।

जब हम वनों में उपस्थित पेड़ों को काट देते हैं। तो उस क्षेत्र में वर्षा कराने वाले बादलों का आवरण कम हो जाता है। इस स्थिति में सूर्य से निकलने वाली अत्याधिक गर्म किरणे पृथ्वी की सतह पर पहुंचकर जलवायु को गर्म कर देती हैं।

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मृदा अपरदन (soil erosion) को रोकने में महत्वपूर्ण।

वन मृदा अपरदन(soil erosion) को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अब जिन लोगों को ये नहीं पता है कि आखिरकार मृदा अपरदन क्या होता है। तो हम आपको बता दे कि हवा, बारिश और नदी के पानी के बहने से किसी एक क्षेत्र की मिट्टी किसी दूसरे क्षेत्र में चले जाने की प्रक्रिया को मृदा अपरदन या मिट्टी का कटाव(soil erosion) कहते हैं।

मृदा अपरदन को रोकने के लिए वन बहुत ही जरूरी है। क्योंकि मृदा अपरदन उन्हीं क्षेत्रों में ज्यादा होता है। जहां पेड़ पौधोे की मात्रा कम होती है। पेड़ पौधे अपनी जड़ों की सहायता से मिट्टी के कणों को बांधकर रखते हैं।

जिससे ना तो आंधी और ना तो बारिश का बहता पानी भी उस मिट्टी को आसानी से नहीं हटा सकता है। जिससे मृदा अपरदन बहुत ही कम हो जाता है।

इसके अलावा वन मृदा अपरदन को अन्य कई तरीकों से रोकते हैं। जैसे कि जब कभी-कभी वर्षा बहुत ही तेज गति से होने लगती है और बारिश की बूंदे अत्यधिक रफ्तार से जमीन पर गिरती है। तो उस समय बारिश की बूंदे तेज गति से गिरने के कारण जमीन पर मौजूद मिट्टी के कणों को उजाड़ देती हैं। जिसके कारण मिट्टी वहां से बह जाती है।

लेकिन वनों में ऐसा नहीं होता है। क्योंकि वनों में लगे पेड़ पौधे बारिश की तेज रफ्तार बूंदों को अपने पत्तों की सहायता से रोक लेते हैं। जिससे उनकी गति कम हो जाती है और जमीन पर मौजूद मिट्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। और इस प्रकार से मृदा अपरदन बहुत ही हद तक रुक जाता है।

बाढ़ को रोकने में महत्वपूर्ण।

जंगल में जो जमीन का परत होता है। वह बहुत सारे सड़े हुए पत्तियों से बने होते हैं।
जिससे यह एक विशाल स्पंज के रूप में कार्य करता हैं और बहुत सारे वर्षा के जल को शोख सकत हैं।

जंगल में पेड़ों और पौधों की जड़े इस वर्षा के पानी को जंगल के जमीन में धीरे-धीरे सोखने और जल स्तर को घटाने में मदद करते हैं। जंगल इस अवशोषित पानी को धीरे-धीरे और लगातार मिट्टी के जरिए नदियों में छोड़ता हैं।

वर्षा जल को रोककर और फिर इसे धीरे-धीरे नदियों में छोड़कर वन नदियों में बाढ़ की घटना को रोकते हैं। इस प्रकार वन न केवल बाढ़ को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। बल्कि साल भर नदियों में पानी के प्रवाह को भी बनाए रखते हैं।

जानवरों के लिए खाना और घर प्रदान करने में महत्वपूर्ण।

जंगल जिसमें बहुत से प्रकार के पशु-पक्षी रहते हैं। जिनमें से कुछ शाकाहारी होते हैं और कुछ मांसाहारी होते हैं। शाकाहारी जानवर घास-फूस और पत्तियों को खाते हैं।

जो जंगल में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहता है और मांसाहारी जानवर जंगल में उपस्थित अन्य शाकाहारी जानवरों को मारकर खाते हैं। इन्हें यह सभी चीजें जंगल के अलावा और कहीं भी नहीं मिल सकती है।

इसलिए यह सभी जानवर जंगल को ही अपना घर बना चुके हैं। इसके अलावा जंगल में पक्षियों का भी घर है। जंगल में विभिन्न प्रकार के पक्षी अपने घोसले बनाकर रहते हैं।

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निष्कर्ष

आज के समय में जंगल की कटाई बहुत ही तेजी से बढ़ रही है और ऐसा होना एक बहुत ही बड़े खतरे का संकेत है।

अगर आपने इस पोस्ट को अभी तक पढ़ा है। तो आप यह जान गए होंगे कि वन हमारे लिए कितना ज्यादा महत्वपूर्ण है। अगर आप इसे जानने के बाद भी पेड़ों की कटाई कर रहे हैं या पेड़ों की कटाई करने में योगदान दे रहे है। तो आप बहुत ही गलत कर रहे हो।

अपने लिए ना सही तो अपने आने वाली पीढ़ी के लिए तो सोचिए। आप खुद से पहल शुरू करें। आप से जितना हो सके उतना पेड़-पौधे लगाए।

आपकी छोटी पहला आने वाली पीढ़ी के लिए आशीर्वाद का काम करेगा। क्योंकि पेड़-पौधे ही हमारे जीवनदाता है और हमें इन्हें नहीं काटना चाहिए। बल्कि हमें इन्हें लगाना चाहिए।

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