army officer बनने की पूरी जानकारी हिंदी में। How to become an army officer in hindi

देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा तो हर भारतीय का होता है। इसके लिए आप भारतीय सेना में नौकरी कर सकते है। इस नौकरी से जो सुकून और गर्व आपको महसूस होगा।

वो शायद की किसी नौकरी से मिले। क्योंकि मातृभूमि का कर्ज हर कोई नही लौटा सकता। जैसा की आप जानते होगे कि भारत में सेना तीन भागों में विभाजित होती है जिनमे वायु सेना, थल सेना और जल सेना इसके अंतर्गत आती है।

यदि आप इंडियन आर्मी ऑफिसर बनना चाहते है तो इसके लिए आपको इंटरनेट और न्यूज़पेपर को समय समय पढ़ते रहना चाहिए। इसके अलावा हमारा ब्लॉग भी आपको इससे  जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध कराएगा।

भारतीय सेना में ऑफिसर के रूप में नियुक्त होने के लिए प्रतियोगी छात्र को मुख्य रूप से तीन लेवल के अंतर्गत सिलेक्शन होता है। जिसमे NDA, CDS और SSC के जरिए प्रतियोगी छात्र का सिलेक्शन होता है।

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How to become an army officer in hindi
How to become an army officer in hindi

इंडियन आर्मी ऑफिसर बनने के लिए जरूरी योग्यता

प्रतियोगी छात्र आर्मी ऑफिसर बनने के लिए दो लेवल पर अप्लाई कर सकते है।आर्मी ऑफिसर बनने के लिए छात्र का 12 पास करना अनिवार्य है।

उसके बाद प्रतियोगी NDA की प्रतियोगी परीक्षा के लिए अप्लाई कर सकता है। वही जिन प्रतियोगी छात्रों ने 12 की परीक्षा अभी हाल में दी है। वे भी NDA के लिए अप्लाई कर सकते है।

NDA की परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है। जिसमे गणित, फिजिक्स से 12th पास करने के बाद स्टूडेंट भाग ले सकते है.

वही इसके बाद ग्रेजुएट छात्र CDS के लिए अप्लाई कर सकते है। इसके अतिरिक्त ग्रेजुएट कैंडिडेट Territorial Army के लिए आवेदन दे सकते है।

आयु सीमा ( Age limit)

NDA परीक्षा में शामिल होने वाले प्रतियोगी छात्र की आयु 16.5 से लेकर 19 वर्ष तक रखी गई है।

CDS परीक्षा में भाग लेने के लिए प्रतियोगी की आयु सीमा 20 वर्ष से लेकर 24 वर्ष के मध्य रखी गई है।

पहले 12 पासआउट करें

आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस क्षेत्र में आने के लिए आपको 12 वी को पहले पास करना होगा इसके बाद आप भारत की तीनो सेना के लिए परीक्षा देने योग्य समझे जाते है फिर वह चाहे थल सेना ,वायु सेना या जल सेना हो ।

अब आपके जहन में प्रश्न उठ रहा होगा कि क्या सभी के लिए एक कॉमन परीक्षा होती है तो ऐसा बिल्कुल भी नही है।

सभी के लिए प्रतियोगी को अलग अलग परीक्षा पास करनी होती है। आर्मी के फील्ड में कैरियर बनाने के लिए प्रतियोगी छात्र को किस परीक्षा को क्लियर करना होगा इसकी भी जानकारी प्रतियोगी को होना जरूरी है। तो चलिए जानते है।

NDA की परीक्षा को क्लियर करे

आर्मी ऑफिसर बनने के लिए आपको 12 वी को पास करने के बाद UPSC, NDA की परीक्षा में भाग लेना पड़ता है।

NDA का फुल फॉर्म (National Defence Academy) है। NDA की परीक्षा के माध्यम से प्रतियोगी छात्रों की भर्ती वायु सेना ,जल सेना ,थल सेना में भर्ती होती है।

हर वर्ष 2 बार इस परीक्षा को आयोजित की जाती है।

मेडिकल परीक्षण को क्लियर करे

इंटरव्यू पास करने बाद अगले क्रम मे प्रतियोगी को मेडिकल के लिए बुलाया जाता है।

इंटरव्यू को पास करें और ट्रेनिंग हासिल करें

NDA की परीक्षा को क्लियर कर लेने के बाद प्रतियोगी छात्र को इसके आगे कि प्रक्रिया के रूप में इंटरव्यू के लिए कॉल किया जाता है। कुछ समयावधि के बाद ट्रेनिंग के पूरे होते ही प्रतियोगी को आर्मी ऑफिसर के पद के लिए नियुक्ति पत्र मिल जाता है।

NDA की परीक्षा का स्वरूप और पैटर्न

आमतौर पर प्रतियोगी छात्रों को पैटर्न को लेकर कन्फ्यूजन रहती है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें इस परीक्षा में मुख्य तौर पर दो लिखित पेपर लिए जाते हैं।

इनमें शामिल के किए गए विषयों में मैथमेटिक्स और जनरल एबिलिटी हैं। दोनों पेपर का पूर्णांक 900 होता है।

गणित के प्रश्न तीन सौ होते हैं और जनरल टेस्ट के लिए 600 अंको का प्रश्न होते है जोकि प्रश्न पत्र में पूछे जाते हैं।

इस एग्जाम की अवधि की बात करें तो इसकी अवधि 2 घंटे और 30 मिनट निर्धारित की गई है ।

प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं। छात्र को ध्यान देना चाहिए कि उसके पास परीक्षा में उत्तर लिखने के लिए काले रंग का पेन होना अनिवार्य है।

एक बात जो कि छात्रों को पता होनी चाहिए कि इसमें आपके द्वारा गलत जवाब दिए जाने पर 0.33 नंबर काटने का प्रावधान है।

ग्रेजुएशन के बाद आर्मी ऑफिसर कैसे बने

प्रतियोगी छात्र ने यदि 12वीं पास कर ली है और इसके बाद उसने अपना ग्रेजुएशन भी कंप्लीट कर लिया है तो ऐसे में उसका आर्मी ऑफिसर बनने का ख्वाब बहुत ही जल्द पूरा हो सकता है।

जैसा कि आपको बताया जा चुका है कि ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद आपको CDS परीक्षा को क्लियर करना होता है। इसकी डिटेल आपको नीचे दी गई है।

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CDS की परीक्षा में भाग ले

ग्रेजुएट पास प्रतियोगी छात्र आर्मी ऑफिसर बनने के लिए उन्हें UPSC के तहत कराई जाने वाली महत्वपूर्ण परीक्षा CDS( संयुक्त रक्षा सेवा) की परीक्षा में भाग लेना होगा।

अब आपके मन में प्रश्न चल रहा होगा कि क्या प्रतियोगी छात्र के मात्र आवेदन कर लेने से आर्मी ऑफिसर बन जाएगा। तो ऐसा बिल्कुल नहीं है इसके लिए प्रतियोगी छात्र यह कुछ योग्यता मापदंड निर्धारित किए गए हैं।

इसके अनुरूप पाए जाने के बाद ही उसे आर्मी ऑफिसर बनने में सफलता प्राप्त होगी तो चलिए जानते हैं CDS से संबंधित प्रतियोगी परीक्षा योग्यता मापदंड।

बीएससी या इंजीनियरिंग की डिग्री होना जरूरी

CDS की परीक्षा में शैक्षिक योग्यता के रूप में कैंडिडेट का ग्रेजुएशन पास होना अनिवार्य होता है। प्रतियोगी को ध्यान रखना चाहिए कि ग्रेजुशन में उसने ( PCM) विषयों से बीएससी पूरा की हो।

इसके अतिरिक्त इंजीनियरिंग की डिग्री वाले कैंडिडेट इस परीक्षा के योग्य समझे गए है। ग्रेजुएशन में लास्ट ईयर अपीयरिंग स्टूडेंट भी CDS के लिए अप्लाई कर सकते है।

इंटरव्यू को क्लियर करे

लिखित परीक्षा के बाद अगली चुनौती जो प्रतियोगी के सामने खड़ी होती है। वह इंटरव्यू को क्लियर करना होता है। इंटरव्यू के दौरान आपसे बुद्धि से जुड़ी तर्क शक्ति प्रश्नों को प्रतियोगी से पूछे जाते है।

CDS परीक्षा का स्वरूप और पैटर्न

CDS परीक्षा मुख्य तौर पर वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है। वही इस परीक्षा में प्रतियोगी अगर IMA, INA, AFA  की परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं तो ऐसे में आपको लिखित तौर पर तीन पेपर क्लियर करने होगे।

पहला जो पेपर होगा वह इंग्लिश का वही दूसरे का जिक्र करे तो GS के बाद तीसरे नंबर पर मैथ का पेपर देना होगा। इन तीनो पेपर के अंको की बात करे तो यह 900 अंको पर आधारित परीक्षा होती है।

शारीरिक परीक्षण और ट्रेनिंग

इंटरव्यू देने के बाद कैंडिडेट को शारीरिक परीक्षण को क्लियर करना भी जरूरी होता है। इसको क्लियर करने के बाद प्रतियोगी ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है।

प्रतियोगी छात्र के ट्रेनिंग करते ही उसे आर्मी ऑफिसर के पद के लिए ज्वाइनिंग लेटर दे दिया जाता है।

आर्मी ऑफिसर बनने के लिए टिप्स

सेना में भर्ती होने की चाह तो हर किसी का होता है। लेकिन यह राह अब इतनी आसन नहीं रह गई है। पहले से इसमें कंपटीशन काफी बढ़ गया है।

आपको आर्मी ऑफिसर बनने के लिए शैक्षिक योग्यता होने के साथ शारीरिक परीक्षण को पास करने के लिए खुद की फिटनेस पर ध्यान देना जरूरी होता है।

आर्मी ऑफिसर बनने के लिए आपको शारीरिक रूप से मजबूत होना चाहिए जैसे की लंबाई, छाती, दौड़ आदि के लिए योग्यता मापदंड निर्धारित करे गए है।

इसकी पूर्ति करना आवश्यक है। इसलिए प्रतियोगी को अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए वर्कआउट करना जरूरी होता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आर्मी ऑफिसर की परीक्षा में इंग्लिश सब्जेक्ट पर विशेष बल दिया जाता है।

यदि आप इस परीक्षा में अच्छे नंबर लाने की फिराक में है तो इसके लिए आपको इंग्लिश विषय पर ज्यादा फोकस करने की आवश्यकता होती है।

इंग्लिश पर पकड़ बनाने के लिए प्रतियोगी इंग्लिश न्यूज़पेपर पड़ने की आदत विकसित कर ले तो ये आपके लिए काफी अच्छा रहेगा।

किसी भी प्रकार की परीक्षा में गणित के प्रश्न किसी भी प्रतियोगी के लिए एक बड़ी चुनौती से कम नहीं होता। इसलिए आपको 12 के बाद ही इसकी तैयारी में जुट जाना चाहिए।

आर्मी ऑफिसर शुरुआती सैलरी

भारतीय सेना में पोस्टिंग हो जाने के बाद आर्मी ऑफिसर की सैलरी 56000 से लेकर 1,77,500 तक होती है।

इसके अलावा विभिन्न सरकारी सेवाओं का भी लाभ आर्मी ऑफिसर को प्राप्त होता है।

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